दोस्तों अगर आपका बच्चा आपकी बात नहीं मानता औरबात बात पर जिद करता है तो आप निराश न हों | आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि जिद्दी बच्चों को कैसे सुधारा जाता है ?
Jiddi Bacchon Ko Kaise Sudhare ?
माता पिता अपने बच्चे को हर प्रकार की खुशियां देना चाहते हैं और उसकी हर इच्छा पूरी करना चाहते हैं | पर आपने कभी ये सोचा है कि बच्चे को हर प्रकार की सुख सुविधा देने से वो जिद्दी हो सकता है | बच्चे की परवरिश करने में माता पिता का अहम योगदान होता है | ऐसे में माता पिता कि कुछ गलतियाँ हैं जो बच्चे को जिद्दी बना सकती हैं | जिस पर वे ध्यान नहीं देते | आजकल के दौर में माता पिता काम के चलते इतने व्यस्त होते हैं कि वे अपने बच्चे का ध्यान नहीं रख पाते |
जिसकारण बच्चा बिगड़ना शुरू करता है और वह धीरे धीरे जिद्दी हो जाता है | अगर आपका बच्चा जिद्दी हो गया है तो आपको अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करना होगा, जिससे आपका बच्चा सुधरने लगेगा |
बच्चों में जिद्दी व्यवहार के कारण
जो बच्चे जिद्दी होते हैं इसके पीछे ये कारण हो सकते हैं –
- माता पिता का बच्चे की तरफ ध्यान न देना
- माता पिता के संस्कार में कमी
- बच्चे की हर बात को मानना
- गलती करने पर बच्चे को गुस्सा करना
- परीक्षा में कम मार्क्स आने पर सहानुभूति नहीं करना
- मोबाइल चलाने से नहीं रोकना
जिद्दी बच्चों को सुधारने के लिए क्या करें ?
अगर आपका बच्चा जिद्दी हो गया है और बात बात पर गुस्सा करता है तो आपको उसे सुधारना होगा | क्योंकि जब बच्चे जिद्दी हो जाते हैं तो वे बड़े होकर माता पिता से अलग रहते हैं उन्हें दुख देते हैं | माता पिता चाहे कितने भी अच्छे हों पर उनकी संतान उनकी बात न मानने वाली निकले या वे जिद्दी हों तो सभी आस पड़ोस के यही बातें करते हैं कि इनके माता पिता ने अपने बच्चे को अच्छे संस्कार नहीं दिए | अगर आपका बच्चा भी इस श्रेणी में आता है तो आपको अभी से उसे सुधारने का प्रयास करना होगा, ताकि आगे चलकर आपको लोगों की बातें न सुननी पड़ें |
जिद्दी बच्चों को सुधारने के तरीके
आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिन्हें फॉलो करके आप अपने बच्चे को सुधार सकते हैं, आइए जानते हैं कौन से हैं ये तरीके –
1. बच्चों को प्यार से समझाएं
अगर आपका बच्चा हर बात पर जिद्द करता है तो आप उसे प्यार से समझाएँ | जब आप बच्चे को प्यार से समझाएंगे तो बच्चा आपकी बात मानने लगेगा |
2. डांटे नहीं
अगर बच्चा जिद्दी हो गया है और वो आपसे बहस करता है तो आप उसे डांटने का प्रयास कभी न करें क्योकिं अगर आप बच्चे को डांटने लगेंगे तो बच्चा आपसे दूरी बनाने लगेगा |
3. बच्चों की बात सुनें
आपको अपने बच्चे की बात सुननी है | जब बच्चा आपसे बात कर रहा है तो आपको बीच में बात नहीं करनी है क्योकिं उसे कभी ये नहीं लगना चाहिए कि मेरे माता पिता मेरी बात नहीं सुनते हैं |
4. जिद्द करे तो समझाने का प्रायस करे
अगर बच्चा किसी बात पर जिद्द करता है तो आपको हर बात उसकी नहीं माननी है क्योकिं बच्चे कि हर बात मानने पर उसे लगता है कि अब सभी मेरी बात मानते हैं | बच्चे के मन में इस तरह के बिचार नहीं आने देने हैं | आपको बच्चे के लिए वो चीज ही लेकर देनी है जो उसके लिए सही हो |
5. किसी से तुलना न करें
आपको कभी भी बच्चे के सामने ये नहीं बोलना है कि अपने दोस्त को देखो कैसे वो अपने माता पिता का कहना मानता है | अगर आप इस तरह कि बातें बार बार बच्चे के सामने करोगे तो वो सोचेगा कि मेरे मम्मी पापा मुझे प्यार नहीं करते | आपको ये गलती नहीं करनी है कि आप किसी से उसकी तुलना करने लगो |
6. बच्चों की सराहना करें
आपको अपने बच्चे की बात बात पर सराहना करते रहना है | ऐसा करने से उसका व्यवहार बदलने लगेगा और वो जिद्द करना भी छोड़ देगा |
7. बात-बात पर न टोकें
आपको अपने बच्चे को बात बात पर टोका टाकी नहीं करनी है | ऐसा करने से वो और जिद्दी हो सकता है | आपको इस चीज से बचना है अगर आप अपने बच्चे को सुधारना चाहते हैं |
Jiddi Bacchon Ko सुधारने के जरूरी नियम व शर्ते
अगर आप अपने बच्चे के व्यवहार में सुधार चाहते हैं तो आपको इन नियमों और शर्तों का पालन करना है –
- बच्चे के साथ हंसी मजाक करें
- बच्चे को अच्छी बातें समझाते रहें |
- बच्चे को आदर करना सिखाएं |
- अपने बच्चे को संस्कार दें |
- बच्चे का पढ़ाई और खेलने का रूटीन सेट करें |
- थोड़ा सा समय निकालकर बच्चे के साथ खेलें
- बच्चे को घुमाने ले जाएं
- हफ्ते में एक बार उसे होटल में खाना खाने ले जाएं |
ये थी सारी जानकारी Jiddi Bacchon Ko Kaise Sudhare के बारे में |
आशा है आपको इस लेख के जरिए ये पता चल गया होगा कि जिद्दी बच्चों को कैसे सुधारा जाता है |