दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि Stress Kya Hai ? कौन से लोग अधिक स्ट्रेस लेते हैं और Mind Fresh Kaise किया जाता है | ये सारी जानकारी आपको इस लेख के जरिए ही तभी मिलेगी जब आप इस आर्टिकल को पूरा और अंत तक पढ़ेंगे |
Stress Kya Hai ?
स्ट्रेस जिसे हम हिन्दी मे तनाव कहते हैं | ये एक ऐसा विकार है जहाँ पर इंसान के सोचने और समझने की क्षमता काम नहीं करती | हमारे देश में 90% से ज्यादा लोग तनावग्रस्त हैं | ऐसे लोग अपने निर्णय लेने में असमर्थ रहते हैं या काम का अधिक बोझ वो झेल नहीं पाते| इस तरह के लोगों में हीन भावना बड़ी जल्दी आ जाती है और वे छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं| अक्सर ऐसे लोग डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं | कुछ लोग मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या तक कर लेते हैं |
आजकल Stress की बीमारी हर उम्र के लोगों में देखने को मिल रही है | क्योंकि इंसान के पास सहनशीलता नहीं रही है | जिस कारण वह छोटी-छोटी बात को अपने दिल पर लगा लेते हैं और उसी बात को बार-बार सोचते रहते हैं | जिससे उनका दिमाग उल्टी दिशा में चलने लगता है | यही कारण है कि ऐसे लोग कभी खुश नहीं रहते |
स्ट्रेस के लक्षण
जो व्यक्ति Stress या तनावग्रस्त रहता है, उनमें ये लक्षण देखने को मिल सकते हैं –
- उदास रहना – तनाव से ग्रसित इंसान हमेशा उदास रहता है उसे कोई भी चीज अच्छी नहीं लगती | ऐसे व्यक्ति हमेशा कुछ न कुछ सोचते ही रहते हैं |
- सिर मे दर्द रहना – स्ट्रेस लेने से सिर में दर्द रहने लगता है| ये Stress किसी भी कारण से हो सकता है जैसे कि काम का अधिक बोझ या पारिवारिक परेशानियों से लिया गया स्ट्रेस |
- चिंता करना -अधिक चिंता करना भी स्ट्रेस को बढ़ाता है | चिंता करने से मानसिक रोग होने का खतरा अधिक हो जाता है |
- एकाग्रता की कमी – स्ट्रेस लेने से इंसान में एकाग्रता की कमी देखने को मिलती है | ऐसे व्यक्ति कोई भी काम सही ढंग से नहीं कर पाते |
- छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाना – जो व्यक्ति ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं उन्हे बात बात पर गुस्सा आ जाता है |
- आत्म-हत्या करने का विचार आना – घर के आने वाली परेशानियाँ इतनी ज्यादा हो जाती हैं तो कभी कभी ऐसे इंसान खुद को खत्म करने के बारे में सोचने लगते हैं |
- कम बोलना – अधिक स्ट्रेस लेने वाला इंसान चुप रहने लगता है और वह कम बोलता है |
- निराशा रहना – तनावग्रस्त इंसान निराश रहता है उसकी काम करने की क्षमता और उसका विश्वास खत्म हो जाता है |
- भूख में अरुचि – स्ट्रेस लेने वाला व्यक्ति सही ढंग से नहीं खा पाता | उसे ये पता नहीं होता कि खाने का वक्त कौन सा है |
- निर्णय लेने में परेशानी – जिन व्यक्तियों में किसी बात को लेकर कोई तनाव आ गया है तो ऐसे व्यक्ति हमेशा निर्णय लेने में असफल रहते हैं |
- नींद मे कमी आना – अधिक स्ट्रेस लेने से नींद भी नहीं आती है |
- किसी बात को लगातार सोचते रहना – किसी बात को बार – बार सोचते रहने से भी स्ट्रेस बढ़ता है |
Stress या तनाव उत्पन्न होने के कारण
तनाव उस समय उत्पन्न होता है जब इंसान सही तरह से काम नहीं करता| वह काम कुछ और करता है और उसका ध्यान कहीं और होता है | ऐसे लोगों में तनाव उत्पन्न होने के भी कुछ कारण हो सकते हैं जैसे कि –
- पति -पत्नी के बीच मनमुटाव – पति -पत्नी के बीच होने वाले झगड़े तनाव को उत्पन्न कर सकते हैं | जिससे व्यक्ति परेशान रहने लगता है |
- बच्चों की पढ़ाई की चिंता – माता-पिता को अपने बच्चों की पढ़ाई का खास ध्यान रखना पड़ता है | अगर बच्चा पढ़ाई में अच्छा नहीं है तो माता-पिता को उसकी पढ़ाई को लेकर चिंता भी स्ट्रेस को उत्पन्न कर सकती है|
- ऑफिस मे अधिक काम का बोझ – ऑफिस में काम का अधिक प्रेशर भी स्ट्रेस को बढ़ा सकता है | क्योंकि ऑफिस में आपको हर काम समय पर करना होता है और कभी कभी इस तरह की स्थिति भी आ जाती है कि आपको एक ही समय पर अधिक काम दिए जा सकते हैं | ऐसा होने से आप काम को अच्छी तरह से नहीं कर पाते और आप अधिक स्ट्रेस लेने लगते हो |
- किसी रिश्तेदार या सगे सम्बन्धी की मृत्यु – अगर आपके किसी करीबी रिश्तेदार या सगे सम्बन्धी की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में आप अधिक स्ट्रेस लेने लगते हो | क्योंकि आप हमेशा उस इंसान को ही याद करते रहते हो|
- परिवार की आर्थिक हालत कमजोर होना – परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने से भी तनाव बढ़ता है |
- कर्जा लेकर उसका भुगतान समय पर न कर पाना – अगर आपने बैंक से लोन लिया है और आप उसे समय पर चुका नहीं पा रहे तो भी आपका स्ट्रेस बढ़ेगा |
- नौकरी न मिल पाना -बेरोजगार नागरिकों को नौकरी न मिल पाने से उनमे हीन भावना आ जाती है और वे स्ट्रेस का शिकार हो जाते हैं |
- कोई बड़ी बीमारी – अगर आपको कोई बड़ी बीमारी हो गई है तो भी आपका ध्यान इस तरफ रहता है कि मैं ठीक हो जाऊंगा या नहीं | ऐसे इंसान भी तनाव ग्रस्त रहने लगते हैं |
- व्यापार संबंधी परेशानी – अगर आप बिजनेस कर रहे हैं और आपको व्यापार में घाटा हुआ है तो इससे भी स्ट्रेस को बढ़ावा मिलता है |
- ज्यादा देर तक कंप्यूटर या लैपटॉप पर बैठे रहना – अधिकतर कुछ लोगों के काम कंप्यूटर या लैपटॉप पर बैठे रहने के होते हैं | जिससे पूरा दिन वे कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते रहते हैं | इससे उनके दिमाग पर काम का बोझ बढ़ जाता है जिससे भी स्ट्रेस उत्पन्न हो सकता है |
- नशीले पदार्थों का सेवन अधिक करना – जो व्यक्ति हमेशा नशे में रहते हैं उनका दिमाग उसके वश में नहीं रहता| ऐसे लोग अपने काम काज या घर की परेशानियों को कम करने के लिए नशीले पदार्थ लेते हैं | क्योंकि इनकी लत अगर किसी को पड जाती है तो उसका शरीर तो खत्म हो ही जाता है इसके साथ ही उसका दिमाग भी खोखला हो जाता है |
तनाव या Stress से स्वास्थ्य पर पडने वाले प्रभाव
तनाव की स्थिति उत्पन्न होने से हमारा स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है | तनावग्रस्त लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है | जिनका उपचार तो समय पर किया जा सकता है अगर किसी बीमारी को अनदेखा किया जाए तो वे भयानक भी हो सकती है |
Stress से उत्पन्न होने वाली खतरनाक बीमारियाँ
तनाव से आपको कई तरह बीमारियाँ हो सकती हैं कुछ का तो इलाज किया जा सकता है और कुछ बीमारियाँ ऐसी हैं जिनमे से अक्सर जान भी जा सकती है | ये बीमारियाँ हैं –
- डायबिटीज,
- ब्रेन हेमरेज
- स्ट्रोक,
- ब्लडप्रेशर,
- किडनी रोग
- दिल का दौरा पड़ना
- डिप्रेशन
- पैनिक अटैक
Mind Fresh Kaise करें – इन चीजों को करें फॉलो
दिमाग को फ्रेश करने और तनाव को दूर भगाने के लिए आपको कुछ चीजे फॉलो करनी होगी | जो इस प्रकार से हैं –
- योग करें – योग करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद है | इससे आपका शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही आपका Mind भी स्थिर रहता है | अच्छी सेहत और तेज दिमाग पाने के लिए आपको कम से कम आधा घंटा योग करना चाहिए |
- एक्सरसाइज करें – एक्सरसाइज करने से भी आपका Mind फ्रेश रहेगा | अपने शरीर की देखभाल करने के लिए अलग -अलग तरह की एक्सरसाइज की जाती है ताकि शरीर हमेशा ऊर्जावान रहे | ऐसे में रूटीन से की गई कोई भी Exercise आपके दिमाग को तरोताजा रखती है |
- कोई भी खेल खेलें – दिमाग को बेहतर बनाने के लिए आप कोई भी खेल खेल सकते हैं | बैडमिंटन, क्रिकेट, लूडो या कैरम बोर्ड खेलने से आपका दिमागी संतुलन अच्छा रहता है |
- दिमाग को शांत रखें – माइंड को हमेशा शांत रखना चाहिए | मन शांत होगा तभी हम कोई भी काम अच्छे से कर सकेंगे |
- हमेशा पॉजिटिव सोचें – दिमाग में कोई भी उल्टी चीजों का विचार नहीं आने देना है | अगर आप अपने दिमाग को अच्छा रखना चाहते हैं तो आपको हमेशा पॉजिटिव ही सोचना चाहिए | जो व्यक्ति पॉजिटिव सोच रखते हैं वे कभी भी डिप्रेशन का शिकार नहीं होते |
- पौष्टिक आहार लें – गेहूं, दलिया, चना, जौ, मूंग दाल आदि साबुत अनाज को खाने से शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही दिमाग को भी ताकत मिलती है | इसके साथ ही कद्दू, चिया, तरबूज, खरबूज, सूरजमुखी आदि के बीज का भी सेवन करना भी दिमाग के लिए फायदेमंद है| दूध का सेवन भी दिमाग को तंदुरुस्त बनाता है |
- अच्छी नींद लें – Mind को फ्रेश करने के लिए आपको अच्छी नींद लेनी चाहिए | आपको दिन में आधा या 01 घंटा सोना चाहिए और रात के लिए 6 से 08 घंटे की नींद जरूरी है |
- हमेशा खुश रहें – दिमाग को तरोताजा रखने के लिए आपको खुश रहना चाहिए | इसके लिए आप कोई भी हास्य नाटक देख सकते हैं या कोई कॉमेडी शो भी देख सकते हो |
- किताब पढ़ें – किताबें पढ़ने से भी दिमाग में बुरे ख्याल नहीं आते | मानसिक विकास करने वाली किताबें अगर आप पढ़ते हो तो आपका Mind हमेशा फ्रेश रहेगा |
- संगीत सुने – संगीत सुनना दिमाग को शांत करता है | आप दिन में कोई ऐसा समय निर्धारित करें जहां पर आप अपने पसंद के गाने सुन सकें |
- परिवार के साथ घूमने जाएं – आपको अपना थोड़ा सा समय अपने परिवार के साथ भी बिताना चाहिए | आप हफ्ते में 01 दिन परिवार के साथ घूमने के लिए बाहर जाएं | इससे आपका ध्यान पारिवारिक कामकाज से हट जाता है और जो टेंशन होती है वे थोड़ी कम हो जाती है |
ये थे माइंड को फ्रेश करने के कुछ टिप्स
आशा है आपको Stress Kya Hai और Mind को Fresh Kaise करे के बारे में जानकारी मिल गई होगी | अगर आपको ये जानना है कि ATM Kaise Chalate हैं तो आप ये आर्टिकल जरूर पढ़ें |